सबसे बड़ी मछली ब्लू व्हेल का इतिहास जानिए

ब्लू व्हेल  के बारे में जानने का विचार आपको आया होगा क्योंकि अभी हाल ही में कुछ बच्चो की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार माने जा रहे एक गेम का नाम भी ब्लू व्हेल है और इस वजह से हो सकता है कुछ लोगो को इस बारे में जानने की इच्छा हो तो चलिए आज हम धरती पर पाए जाने वाले सबसे बड़े जीव ब्लू व्हेल के बारे में कुछ बात करते है और इसके इतिहास के बारे में भी जानते है |


 


ब्लू व्हेल  असल में दुनिया का सबसे बड़े जीव है जो आज तक खोजा गया है जो अभी भी अपने जीवन चक्र को कायम रखते है क्योंकि हो सकता है आप कहने लगे ,कि नहीं हमें सुना था कि डायनासोर इस से भी बड़े हुआ करते थे | तो ऐसा है कि वो तो अब रहे नहीं तो हम कह सकते है कि आज की डेट में अगर कोई सबसे बड़ा जीव धरती पर विद्यमान है तो वह blue whale ही है | हालाँकि इसकी कई सारी प्रजातियाँ होती है जिसमे स्पर्म व्हेल, किलर व्हेल, पायलट व्हेल, बेलुगा व्हेल आदि शामिल है लेकिन फिर भी Blue whale सबसे बड़ी है और इसकी विशालकाय होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी लंबाई 115 फुट और वजन 150 से 170 टन तक हो सकती है |


वैज्ञानिक यह मानते है कि ब्लू व्हेल  का अस्तित्व मानव सभ्यता के पहले का है और यह करीब 5 करोड़ साल से भी अधिक समय से अस्तित्व में है | दूसरे स्तनधारियों की whale fish भी हवा में साँस लेती है और इसका गरम खून होता है और साथ ही यह एक समय में एक ही बच्चे को जन्म देती है | यह बच्चो को दूध भी पिलाती है जो बहुत गाढा होता है | इसमें रीढ़ और हड्डियाँ भी होती है और इसके अलावा एक खास बात ये है कि इसका दिल चार चेम्बर वाला होता है जो किसी car के जितना बड़ा हो सकता है | साँस लेने के समय हवा के साथ पानी भी चला जाता है जिसे यह बाद में पानी के एक बड़े फव्वारे की तरह बाहर छोड़ देती है | इतनी भारी होने के बाद भी ब्लू व्हेल  समंदर में करीब 48 किमी प्रतिघंटा की रफ़्तार से तैर सकती है |


अन्धाधुंध शिकार की वजह से इनकी संख्या में काफी तेजी से कमी आ गयी थी जिसकी वजह से इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन ने इसके व्यावसायिक शिकार पर पूरी तरह से पाबन्दी लगा दी थी जिसकी वजह ऐसा लगने लगा है कि हो सकता है आने वाले दिनों में फिर से इनकी संख्या में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिले लेकिन वो तो तब ही संभव होगा जब यह प्रतिबन्ध पूरी तरह से प्रभावी हो |


 



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