देसी पपीता

*-: देसी पपीता:-*
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पपीता को मालवांचल में अरणककड़ी कहते है...अरण्य शब्द अपभ्रंश होते होते अरण हो गया,,अर्थात अरण ककड़ी को वन ककड़ी,जंगल ककड़ी भी कहना गलत नही होगा...।।


पपीता एक बहुत ही गुणकारी फल हैं इसकी खेती अब तो पूरे भारतवर्ष में होने लगी हैं ,,पपीता की सबसे अधिक उत्पादन बिहार में होता हैं, वही उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बंगाल,केरल आदि प्रदेशो में भी इसकी उन्नत खेती होने लगी हैं....।
पपीता का फल जितना उपयोगी होता हैं उतना ही उपयोगी इसके पत्ते,बीज ओर जड़ होती हैं जिनके अलग अलग ओषधिय उपयोग हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते है...।।


पपीते को पेट के लिए तो वरदान माना गया है...इसमें #पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है...यह आपके पेट का भी खयाल रखता है और त्वचा की खूबसूरती का भी...।
आप मोटे हैं या पाचनतंत्र में गड़बड़ी है? आंतें कमजोर हैं या भूख नहीं लगती? एक मात्र पपीता आपके ऐसे दजर्नों सवाल का जवाब है.... इसमें मौजूद विटामिन ए, बी, डी, प्रोटीन, कैल्शियम, लौह आदि इसे सेहत का खजाना बना देते हैं.... पपीते का रस अरुचि, अनिद्रा, सिरदर्द, कब्ज व आंव-दस्त आदि रोगों को ठीक करता है.... भूख नहीं लगती या पेशाब ठीक से नहीं होता तो सुबह में नियमित रूप से पके पपीते का सेवन करना लाभकारी होता हैं...। पपीते के रस के सेवन से खट्टी डकारें बंद हो जाती है... यह हृदय रोग, आंतों की कमजोरी आदि को भी दूर करता है।
वर्तमान में डेंगू का प्रकोप चल रहा हैं जिसमे पपीता की पत्तियों का रस रामबाण इलाज हैं, इसके रस से बहुत शीघ्र प्लेटलेट्स बढ़ते हैं...।


नोट-पपीता पाचन को ठीक करता हैं इसलिए अपच के लिए अच्छा हैं , कुछ लोग ख़ाली पेट पपीते खाने के बारे में पूछते हैं लेकिन अधिकतया लोगों को ऐसे में मरोड़ की शिकायत होती हैं इसलिए सावधानी बरते ....पपीता ख़ासकर कच्चा पपीता गर्भवती महिलाओं के लिए निषेध हैं , डॉक्टर और बुज़ुर्ग तो पका हुआ पपीता भी मना करते हैं...।


पपीता को पकाकर तो सभी खाते है, पर कच्चे पपीते की सब्जी ओर चटनी भी शानदार बनती हैं,, कईं गृहणियाँ इसका आचार भी बनाती हैं ..।।
बात देसी पपीता की हो रही है तो मैं बताना चाहूंगा कि आजकल भारतीय बाजार में हर चीज हायब्रिड है जिसमें पपीता भी बाजार में अधिकांश मात्रा में हायब्रिड होता है जिस के फायदे कम नुकसान ज्यादा है। देसी पपीता का गाछ होता है जिबकी हाइब्रिड पपीता बहुत बड़े बड़े साइज का जिसमें ना आम सा स्वाद होता है ना पपीते सा स्वाद होता है वह सिर्फ पेट भरने का बड़ा सा फल होता है, नीचे पपीते का गाछ की तस्वीर आपकी जानकारी के लिए दे रहा हूं जो आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह बचा हुआ है एक पेड़ यमुना किनारे दिल्ली में आज भी अभी तक स्थित है जिसे मैं आपके समक्ष दिखा रहा हूं।
*✍ कौशलेंद्र वर्मा।*


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