कोरोना और प्रकृति

कोरोना एक वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है, जो की  मानव समाज के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है। पूरी दुनिया इस समस्या से निकलने के लिए दवाई या टीके की खोज कर रही है परंतु प्रकृति शायद कुछ और ही संदेश दे रही है।  दुनिया के कई शहरों में लॉक डाउन के कारण लोग अपने घरो में बंद है। मोटर,कार, केमिकल फैक्ट्री,  सब बंद है। शहरों में प्रदुषण का स्तर बहुत कम हो गया है, नदियों का पानी भी पहले की अपेक्षा बहुत साफ़ हो गया है। ऐसा लगता है मानो प्रकृति अपना नव निर्माण कर रही है। दिल्ली जैसे शहर जहाँ आसमान में चाँद के अलावा कुछ नहीं दिखता था वो आज सितारों से भरा रहता है। ध्वनि प्रदूषण में भी बहुत कमी हुई हैं। पर अफसोस यह सिर्फ लॉक डाउन तक ही रहेगा।


 



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